रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों में खुशी के साथ-साथ चिंता और तनाव भी आम बात है। इसी को देखते हुए, CBSE ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। 13 मई से 28 मई 2025 तक, सीबीएसई अपने छात्रों के लिए टेली-काउंसलिंग सेवा शुरू कर रहा है। यह सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है और छात्र टोल-फ्री नंबर 1800-11-8004 पर कॉल करके मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों और शिक्षकों से सलाह ले सकते हैं।
इस CBSE notice के तहत, छात्र करियर से जुड़ी चिंताओं, पढ़ाई की योजना, और मानसिक तनाव को कम करने के तरीकों पर गहन सलाह प्राप्त कर सकते हैं। यह सुविधा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी उपलब्ध है। इसके अलावा, CBSE की वेबसाइट cbse.gov.in पर छात्रों के लिए कई उपयोगी पॉडकास्ट और वीडियो भी उपलब्ध कराए गए हैं।
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आइए इस CBSE notice के महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से समझते हैं:
CBSE Notice Tele-Counselling: रिजल्ट के बाद छात्रों के लिए मुफ्त काउंसलिंग सेवा
CBSE ने 2025 के रिजल्ट घोषित होने के बाद छात्रों के मन में उठने वाले सवालों और तनाव को दूर करने के लिए टेली-काउंसलिंग की सुविधा शुरू की है। 13 मई से 28 मई तक, छात्र सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक टोल-फ्री नंबर 1800-11-8004 पर कॉल करके मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों, शिक्षकों और काउंसलर्स से सीधे संपर्क कर सकते हैं।
इस सेवा का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनके करियर के सवालों का जवाब देना, पढ़ाई की योजना बनाने में मदद करना, और रिजल्ट के बाद आने वाले मानसिक दबाव को कम करना है। यह सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है और देशभर के छात्रों के लिए उपलब्ध है।
CBSE Notice Helpline: टोल-फ्री नंबर पर मिलेगी विशेषज्ञों की सलाह
CBSE की ओर से जारी इस महत्वपूर्ण नोटिस में छात्रों को एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-11-8004 भी जारी किया गया है। यह नंबर न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी काम करेगा।
छात्र इस नंबर पर कॉल करके अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं और विशेषज्ञों से सलाह प्राप्त कर सकते हैं। इसमें शामिल हैं मनोचिकित्सक, काउंसलर्स, और स्कूल के प्रधानाचार्य। यह सुविधा रिजल्ट के बाद के तनाव से निपटने में छात्रों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
CBSE Notice International Reach: नेपाल से लेकर सऊदी अरब तक उपलब्ध है सुविधा
CBSE की टेली-काउंसलिंग सेवा केवल भारत तक सीमित नहीं है। यह सुविधा विदेशों में भी उपलब्ध है। नेपाल, जापान, सऊदी अरब, यूएई और कुवैत में रहने वाले CBSE के छात्र भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
यह बात काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि CBSE के लाखों छात्र विदेशों में भी पढ़ाई कर रहे हैं। रिजल्ट के बाद उन्हें भी वैसे ही तनाव का सामना करना पड़ता है जैसा भारत में रहने वाले छात्रों को। इसलिए, CBSE ने अपनी इस सेवा का विस्तार विदेशों तक किया है ताकि सभी छात्रों को समान अवसर मिले।
CBSE Notice Online Resources: वेबसाइट पर मिल रहे हैं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पॉडकास्ट और वीडियो
CBSE की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर छात्रों के लिए कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पॉडकास्ट, वीडियो, और लेख शामिल हैं जो छात्रों की मदद कर सकते हैं।
इन सामग्रियों में तनाव कम करने के टिप्स, पढ़ाई की सही योजना बनाने के तरीके, और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपाय शामिल हैं। यह सामग्री छात्रों के लिए बेहद उपयोगी है और वे इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं।
इसके अलावा, यह सुविधा 1998 से लगातार जारी है, जो CBSE की छात्रों के प्रति लगातार जिम्मेदारी को दर्शाती है।
CBSE Notice Impact: छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव
CBSE के इस फैसले का सबसे बड़ा लाभ यह है कि छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। रिजल्ट के बाद कई छात्र अपने अंकों से खुश होते हैं, लेकिन कई छात्र तनाव में भी आ जाते हैं।
ऐसे में, यह सेवा छात्रों को उनके मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मदद करेगी। इसके अलावा, छात्रों को करियर से जुड़ी सलाह भी मिलेगी, जो उनके भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इस फैसले से CBSE ने यह साबित कर दिया है कि वह केवल परीक्षा परिणामों तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों के समग्र विकास में भी दिलचस्पी रखता है।
CBSE Notice Sets a Benchmark for Student Support Systems
CBSE का यह फैसला छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ शिक्षा प्रणाली में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को भी उजागर करता है। टेली-काउंसलिंग, ऑनलाइन संसाधन, और विदेशों में सुविधा की उपलब्धता यह सब दर्शाता है कि CBSE छात्रों के हित में लगातार काम कर रहा है।
यह CBSE notice न केवल छात्रों के लिए एक आशा की किरण है, बल्कि अन्य बोर्डों के लिए भी एक मिसाल बन सकता है। जैसे-जैसे शिक्षा के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझा जा रहा है, ऐसे फैसले भविष्य की पीढ़ी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे।